संग संग यीशु के रहना कितना अच्छा है
यीशु के लिए ही जीना कैसा भाग्य है (2)
उसमें होता उम्मीदों का दायरा विशाल (2)
जीवन मेरा पाके उसको हो गया निहाल (2)
(संग संग यीशु )
क्रूस पर उठाया उसने मेरे पापों को
खून से मिटाया उसने मेरे श्रापों को (2)
गहरा होता प्यार मेरा यही सोचकर (2)
दिन गिन रहा हूँ मैं मिलन की आस पर (2)
(संग संग यीशु )
इस जमीन पर कष्ट मेरे होंगे जब खत्म
तब अनन्त घर में अपने रखूंगा कदम (2)
उस दिन गाऊंगा खुशी से सारे संतों संग (2)
अब नहीं है दूर मुझसे वो मधुर मिलन (2)
(संग संग यीशु )
मेरे प्रेमी , मेरे प्यारे, मेरे प्राण नाथ
किस दिन लेकर जायेगा, तू मुझको अपने साथ(2)
उस घड़ी का आनन्द होगा प्यारों बेमिसाल (2)
हाल्लेलुयाह गाऊंगा मैं देखूँगा जलाल (2)
Sang sang yeeshu ke rahana kitana achchha hai
Yeeshu ke lie hee jeena kaisa bhaagy hai
Usamen hota ummeedon ka daayara vishaal (2)
Jeevan mera paake usako ho gaya nihaal (2)
(Sang sang yeeshu ke)
Kroos par uthaaya usane mere paapon ko
Khoon se mitaaya usane mere shraapon ko
Gahara hota pyaar mera yahee sochakar (2)
Din gin raha hoon main milan kee aas par (2)
(Sang sang yeeshu ke)
Is jameen par kasht mere honge jab khatm
Tab anant ghar mein apane rakhoonga kadam
Us din gaoonga khushee se saare santon sang (2)
Ab nahin hai door mujhase vo madhur milan (2)
(Sang sang yeeshu ke)
Mere premee , Mere pyaare, mere praan naath
Kis din lekar jaayega, too mujhako apane saath
Us ghadee ka aanand hoga pyaaron bemisaal (2)
Haalleluyaah gaoonga main dekhoonga jalaal (2)
(Sang sang yeeshu ke)
No comments:
Post a Comment