मेरी दौड़ पूरी जब हो जाए
येशु के पास पहुचुंगा
उसकी सेवा तबतक धरा में
करता चलता रहूंगा
उसने जो दिया खुशी से लेकर व्यापार में ऐसा करूंगा
दुगना करके विश्वस्तथ से उसको ही लौटाऊंगा (2)
अच्छे औरविश्वासयोग्य दास करके पुकार उसे सुनूंगा
उसकी सेवा तबतक धरा में करता चलता रहूंगा (2)
ना चाहु में दुनिया से कुछ जो हे वो भी छोडूंगा
ये तन ये धन मान सम्मान भी उसके लिए त्यागूंगा (2)
जब तक हे मेरी जान गीत मेरा उसके लिए गाउंगा
उसकी सेवा तबतक धरा में करता चलता रहूंगा (2)
जाउंगा जब मैं छोड़के सब कुछ विश्रामवहीं पाउंगा
तेजवान मुकुट पाकर उसके साथ सदा में वास करूंगा (2)
दुखी और निराश ये दुनिया को तब पीछे में छोड़ जाउंगा
उसकी सेवा तबतक धरा में करता चलता रहूंगा (2)
Meri daud poori jab ho jaaye
Yeshu ke paas pahu chunga
Uski sewa tabtak dhara mei
Karta chalta rahunga
Usne jo diya khushi se lekar vyapar mei aisa karunga
Dugna karke vishwasttha se usko hi lautaunga
Acche aur vishwasyogye daas karke pukaar usse sununga
Na chaahu mei duniya se kuchJo hei wo bhi chodunga
Ye tan ye dhan maan sammaan bhi uske liye tyagunga
Jab tak hei meri jaan geet Uske liye gaunga
Uski sewa tabtak dhara Karta chalta rahunga
Jaunga jab mein chodke Vishram wahi paunga
Tejwan mukut paakar uske sath sadha mei vaas karunga
Dukhi aur niraash ye duniya ko tab Peeche mei chod jaunga
Uski sewa tabtak dhara Karta chalta rahunga
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