ले चलता है
प्रभु मुझे ले चलता है
दिन प्रतिदिन ,
फज़ल से मुझे वो ले चलता है
1.भूमि पे जितने भी दिन है मेरे
मेहफ़ूज़ रखेगा पंखो तले (2)
चिंता नहीं , कोई डर भी नहीं
मेरा भविष्य है उसके हाथों में (2)
ले चलता है
प्रभु मुझे ले चलता है
दिन प्रतिदिन ,
फज़ल से मुझे वो ले चलता है
2.घोर अंधकार से भरी हो राहें
अपने भी जब मुझको छोड़ जाए (2)
साथ चले हमसफ़र बनके
पंखों की आड़ में छुपाये मुझे (2)
ले चलता है ...
प्रभु मुझे ले चलता है
दिन प्रतिदिन ,
फज़ल से मुझे वो ले चलता है
3.मेरे दिल की सारी व्याकुलता को
औरों से बढ़कर जानता प्रभु (2)
चिंताओं में सारी मुश्किलों में
शांति से दिल को भरता प्रभु (2)
ले चलता है
प्रभु मुझे ले चलता है
दिन प्रतिदिन ,
फज़ल से मुझे वो ले चलता है
Le Chalta hai,Prabhu mujhe Le chalta hai
Din pratidin, fazal se mujhe vo le chalta hai
Bhoomi pe jitne bhi din hai mere
Mehfooz rakhega pankho taley
Chinta nahi, koi dhar bhi nahi
Mera bhawishya hai uske haatho mai
Le Chalta hai,Prabhu mujhe Le chalta hai
Din pratidin, fazal se mujhe vo le chalta hai
Ghor andhkaar se bhari ho raahe
Apne bhi jab mujhko chhod jaaye
Saath chaley humsafar banake
Pankho ki aad me chupaye mujhe
Le Chalta hai,Prabhu mujhe Le chalta hai
Din pratidin, fazal se mujhe vo le chalta hai
Mere dil ki saari vyakulta ko,
Auron se badhkar jaanta Prabhu
Chintaao mai saari mushkilo mai
Shanti se dil ko bhaarta Prabhu
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