एक मन में आस है
अभिषेक की प्यास है
मुझे हाँ मुझे
रूह ए पाक मैं यहाँ
तेरा स्वागत करता हुँ
छु ले हाँ छु ले
न तो बल से, न शक्ति से
पर तेरी रूह से हो
तेरी रूह से सुनता रहुँ
तेरी रूह से जय मैं पाउँ
रूह ए पाक मेरा बल और सामर्थ
रहबर बनकर रहता
मैं जहाँ भी रहूँ तू वहाँ
सहायक बनकर रहता
मुझे तेरी ज़रूरत है-2
रूह ए पाक मेरा साथी और सहभागी
सलाहकार बनकर रहता
मैं जहाँ भी सोचूँ तू वहाँ
नियंत्रक बनकर रहता
मुझे तेरी ज़रूरत है-2 -
अभिषेक की प्यास है
मुझे हाँ मुझे
रूह ए पाक मैं यहाँ
तेरा स्वागत करता हुँ
छु ले हाँ छु ले
न तो बल से, न शक्ति से
पर तेरी रूह से हो
तेरी रूह से सुनता रहुँ
तेरी रूह से जय मैं पाउँ
रूह ए पाक मेरा बल और सामर्थ
रहबर बनकर रहता
मैं जहाँ भी रहूँ तू वहाँ
सहायक बनकर रहता
मुझे तेरी ज़रूरत है-2
रूह ए पाक मेरा साथी और सहभागी
सलाहकार बनकर रहता
मैं जहाँ भी सोचूँ तू वहाँ
नियंत्रक बनकर रहता
मुझे तेरी ज़रूरत है-2 -
Ek man men aas hai
Abhishek ki pyaas hai
Mujhe haan mujhe
Ruh aye paak main yahaan
Teraa svaagat kartaa hun
Chhu le haan chhu le
Na to bal se, n shakti se
Par teri ruh se ho
Teri ruh se suntaa rahun
Teri ruh se jay main paaun
Ruh aye paak meraa bal aur saamarth
Rahabar banakar rahtaa
Main jahaan bhi rahun tu vahaan
Sahaayak banakar rahtaa
Mujhe teri jrurat hai-2
Ruh aye paak meraa saathi aur sahbhaagi
Slaahkaar banakar rahtaa
Main jahaan bhi sochun tu vahaan
Niyantrak banakar rahtaa
Mujhe teri jrurat hai-2
Lyrics & music:- Iyob Mavchi
Lyrics & music:- Iyob Mavchi
No comments:
Post a Comment