अपने हाथों से बनाया है
मुझे मेरे खुदा ने
अपनी सूरत में बनाया है
मुझे मेरे खुदा ने
कितनी रहमत, कितनी ताक़त
कैसी है उसकी मोहबत
जब मैं नहीं था, तब भी मैं था
उसकी नज़र में था मैं सदा
युहीन अचानक नहीं आ गया
उसके इरादे से मैं बन गया
खुद को ना तन्हा समझना कभी
बेअसरा ना समझना कभी
वो जिसने दी है तुम्हे नयी ज़िंदगी
है नाम उसका येशू मसीह
मुझे मेरे खुदा ने
अपनी सूरत में बनाया है
मुझे मेरे खुदा ने
कितनी रहमत, कितनी ताक़त
कैसी है उसकी मोहबत
जब मैं नहीं था, तब भी मैं था
उसकी नज़र में था मैं सदा
युहीन अचानक नहीं आ गया
उसके इरादे से मैं बन गया
खुद को ना तन्हा समझना कभी
बेअसरा ना समझना कभी
वो जिसने दी है तुम्हे नयी ज़िंदगी
है नाम उसका येशू मसीह
Apne haathon se banaayaa hai
Mujhe mere khudaa ne
Apni surat men banaayaa hai
Mujhe mere khudaa ne
Kitni rahamat, kitni taakat
Kaisi hai uski mohabat
Jab main nahin thaa, tab bhi main thaa
Uski najar men thaa main sadaa
Yuhin achaanak nahin aa gayaa
Uske eraade se main ban gayaa
Khud ko naa tanhaa samajhnaa kabhi
Beasraa naa samajhnaa kabhi
Vo jisne di hai tumhe nayi jindgi
Hai naam uskaa yeshu masih
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