तेरे लहू से मुझे धो ले तू प्रभु,
पूरी तौर से अभी।
तेरे ही समान होने के लिए,
मेरे जीवन में काम कर तू प्रभु।
1 दलदल की कीच से मुझे उबारा,
चट्टान पर खड़ा कर दिया तेरे लिए।
क्षमा किया है तमाम पापों को,
स्मरण करता है की में मिट्टी ही हूं।
2 कलवरी पर बलीदान हुआ तू,
दान और दाता है तू मेरे लिए।
विश्वास में स्थिर रहूंगा,
और तुझसे ज्यादा प्रेम करूंगा।
3 टुटा हुआ मन चाहता है तू,
कठोर कर दिया मैंने पिछले दिनों में।
नया बनाया दया करके,
स्वर्गीय स्थानों में बैठा दिया ।
Tere lahoo se mujhe dho le tu prabhu,
Puri taur se abhi।
Tere hi smaan hone ke lia,
Mere jivan men kaam akar tu prabhu।
1 Daladal ki kich se mujhe ubaaraa,
Chattaan apar akhdaa kar adiyaa tere lia।
Kshmaa kiyaa hai tmaam paapon ko,
Smaran akartaa hai ki men mitti hi hun।
2 Kalavri par ablidaan ahuaa tu,
Daan aur daataa hai tu mere lia।
Vishvaas men sthir arhungaa,
Aur atujhse jyaadaa prem akrungaa।
3 Tutaa huaa man chaahtaa hai tu,
Kathor akar adiyaa mainne pichhle dinon men।
Nayaa bnaayaa dyaa karke,
Svargiy asthaanon men baithaa diyaa ।
पूरी तौर से अभी।
तेरे ही समान होने के लिए,
मेरे जीवन में काम कर तू प्रभु।
1 दलदल की कीच से मुझे उबारा,
चट्टान पर खड़ा कर दिया तेरे लिए।
क्षमा किया है तमाम पापों को,
स्मरण करता है की में मिट्टी ही हूं।
2 कलवरी पर बलीदान हुआ तू,
दान और दाता है तू मेरे लिए।
विश्वास में स्थिर रहूंगा,
और तुझसे ज्यादा प्रेम करूंगा।
3 टुटा हुआ मन चाहता है तू,
कठोर कर दिया मैंने पिछले दिनों में।
नया बनाया दया करके,
स्वर्गीय स्थानों में बैठा दिया ।
Tere lahoo se mujhe dho le tu prabhu,
Puri taur se abhi।
Tere hi smaan hone ke lia,
Mere jivan men kaam akar tu prabhu।
1 Daladal ki kich se mujhe ubaaraa,
Chattaan apar akhdaa kar adiyaa tere lia।
Kshmaa kiyaa hai tmaam paapon ko,
Smaran akartaa hai ki men mitti hi hun।
2 Kalavri par ablidaan ahuaa tu,
Daan aur daataa hai tu mere lia।
Vishvaas men sthir arhungaa,
Aur atujhse jyaadaa prem akrungaa।
3 Tutaa huaa man chaahtaa hai tu,
Kathor akar adiyaa mainne pichhle dinon men।
Nayaa bnaayaa dyaa karke,
Svargiy asthaanon men baithaa diyaa ।
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