1क्रुस ही के पास जहाँ खून बहा,
दब के गुनाहों से मैं गया।
खून से वहां यह दिल साफ हुआ,
उसकी हो तारीफ।
. उसकी हो तारीफ, उसकी हो तारीफ खून से वहां .......
2 दूर है गुनाह मेरे बिल - यकीन,
दिल में अब यीशु है तख्तनिशीन
क्रुस ही का गीत मुझको है शिरीन, उसकी हो तारीफ।
3 क्रुस का वह चश्मा है बेश-बहा,
खुश हूं कि में उसके पास गया
खूब मुझको यीशु ने साफ किया,
उसकी हो तारीफ।
Krus hi ke paas ajhaan khun abhaa,
दब के गुनाहों से मैं गया।
खून से वहां यह दिल साफ हुआ,
उसकी हो तारीफ।
. उसकी हो तारीफ, उसकी हो तारीफ खून से वहां .......
2 दूर है गुनाह मेरे बिल - यकीन,
दिल में अब यीशु है तख्तनिशीन
क्रुस ही का गीत मुझको है शिरीन, उसकी हो तारीफ।
3 क्रुस का वह चश्मा है बेश-बहा,
खुश हूं कि में उसके पास गया
खूब मुझको यीशु ने साफ किया,
उसकी हो तारीफ।
Krus hi ke paas ajhaan khun abhaa,
dab ke gunaahon se main gyaa।
khun se vhaan yah adil saaph ahuaa,
uski ho taariph।
Uski ho taariph, uski ho taariph
khun se vhaan .......
2 Dur hai gunaah mere bil - ykin,
Dil men ab yishu hai takhtanishin
Krus hi kaa git amujhko hai shirin, uski ho taariph।
3 Krus kaa vah achashmaa hai besh-bahaa,
Khush hun ki men uske paas agyaa
Khub amujhko yishu ne saaph akiyaa, uski ho taariph।
4 Aa dekh ayah achashmaa hai saaph ashaphphaaph,
Aa taaki ho tere gunaah amuaaph
Aa esi vakt abhi ho tu saaph,
Uski ho taariph।
Uski ho taariph।
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