यात्री हॅू मैं जग में प्रभुजी,
चलता हूॅ मार्ग में तेरा।
हो निशान तू ही यीशु जी, -2
बंदरगाह तू मेरा-2
1. सोचा था मैं यह जग मेरा
कुटुम्ब -रिरता सब है प्यारा।
धोखा सब, कोई न सहारा
व्यर्थ ही व्यर्थ है सारा।
2. धन दौलत सब मान व इज्जत,
यहीं रहेगा जल जायेगा।
ये जगत पाप से भरा,
श्राप है ऑसू सारा।
3. ऐसा कर प्रभु अंत मैं जानूं
और जानूं मेरी आयु के दिन को।
अब बता कैसे अनित्य हॅेू
खेदित हॅू मैं पूरा।
4. जान गया मेैं उस दिन प्रभुजी
बदला जीवन लोहु से मेरा।
बड़ा आनन्द तुने कहा था
पाप क्षमा हुआ मेरा।
5. इस जग में अब मैं हॅू मुसाफिर
क्रूस उठा कर चलता रहॅूगा।
पाया मैं अनमोल धन को,
है जो यीशु से भरा।
6. आॅख जब मेरी बन्द हो जाए,
यात्रा मेेरी पूरी हो जाए।
पहूॅचूं मैं स्वर्गीय वतन में,
यह है गीत अब मेरा।
F
raajaa yishu aayen hain
sab amilke gaaa॓go
taali bjaaange।
khushiyaan mnaaon
khushiyaaॅ mnaaon।
chintaa chhodo stuti gaao
1. tum maaॅgo vo sunegaa
kami dyti ko puraa kregaa।
man se bulaane vaalo ke
dil me aaagaa। 2
2. krunaa men avval hai
maaॅphi men kaamil hai।
paas tere rahtaa hai vah
tu bhi paas aa।
3. aaॅsuon ko pochhegaa
haathon ko thaamengaa। 2
dil ki saari hasarat ko ,
puri kregaa। 2
4. nirbal ko bal degaa
rogi ko chhu legaa।
shaitaann bhi kaaॅpegaa
yishu ke saamne। 2
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