सारी सृष्टि के मालिक तुम्ही हो
सारी सृष्टि के रक्षक तुम्ही हो।
करते हैं तुझको सादर प्रणाम
गाते हैं तेरे ही गुणगान।
हा हा हा हालेलूयाह - 7 आमीन।
1 सारी सृष्टि को तेरा सहारा,
सारे संकट से हमको बचाना।
तेरे हा थों में जीवन हमारा है
अपनी राह पर हमको चलाना।
2 हम है तेरे हाथो की रचना
हम पर रहे तेरी करूणा।
तन,मन,धन हमारा तेरा है
इन्हें शैतान को छुने न देना।
3 अब दूर नहीं है किनारा
धीरज को हमारे बढ़ाना।
जीवन की हमारी इस नैय्या को
भव सागर में खोने न देना।
Saari sriashti ke maalik atumhi ho
सारी सृष्टि के रक्षक तुम्ही हो।
करते हैं तुझको सादर प्रणाम
गाते हैं तेरे ही गुणगान।
हा हा हा हालेलूयाह - 7 आमीन।
1 सारी सृष्टि को तेरा सहारा,
सारे संकट से हमको बचाना।
तेरे हा थों में जीवन हमारा है
अपनी राह पर हमको चलाना।
2 हम है तेरे हाथो की रचना
हम पर रहे तेरी करूणा।
तन,मन,धन हमारा तेरा है
इन्हें शैतान को छुने न देना।
3 अब दूर नहीं है किनारा
धीरज को हमारे बढ़ाना।
जीवन की हमारी इस नैय्या को
भव सागर में खोने न देना।
Saari sriashti ke maalik atumhi ho
Saari sriashti ke rakshak atumhi ho।
Karte hain tujhko saadar aprnaam
Gaate hain tere hi gungaan।
Haa haa haa haaleluyaah - 7 aamin।
1 Saari sriashti ko teraa shaaraa,
Saare sankat se hamko bchaanaa।
Tere haathon men jivan ahmaaraa hai
Apni raah apar ahamko chlaanaa।
2 Ham hai tere haatho ki rachnaa
Ham apar arhe teri krunaa।
Tan,man,dhan ahmaaraa teraa hai
Enhen shaitaan ko chhune n denaa।
3 Ab dur anhin hai kinaaraa
Dhiraj ko hmaare bdhaanaa।
Jivan ki hmaari es naiyyaa ko
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